लेमनग्रास अथवा नींबू घास को सिम्बोपोगान सिट्रल फ्लैक्सुओसस के नाम से जाना जाता है। लेमनग्रास में बहुत से औषधीय गुण होते है। लेमनग्रास स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंदऔषधि है।
नींबू घास में एंटी बैक्टीरियल, एंटीफंगल तथा एंटीबायोटिक्स गुणों के कारण इसका उपयोग अनेक रोगों में औषधि के रूप में किया जाता है। भारत के कई भागों में इसकी व्यवसायिक स्तर पर खेती की जाती रही है। वर्तमान में इसकी विधिवत खेती केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, आसाम, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश व महाराष्ट्र राज्य में की जाती है।
यह शरीर के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्वों के बेहतर अवशोषण में सहायक होती है। जिसके कारण इसका सेवन करने से शरीर को सभी न्यूट्रीशन (औषधीय गुण) की प्राप्ति होती है और शरीर को बीमारियों व संक्रमण से लड़ने में मदद मिलती है तथा शरीर स्वस्थ व हैल्दी रहता है।
नींबू घास में विटामिंस जैसे विटामिन ए, विटामिन बी1 (थायमीन), विटामिन बी2 (राइबोफ्लेविन), विटामिन बी3 (नियासिन), विटामिन बी5 (पैंटोफेनिक एसिड), विटामिन बी6 (पाईरिडॉक्सिन) तथा विटामिन सी पाया जाता है इसके साथ ही लेमनग्रास में फोलेट, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, मैग्नीज, जस्ता, लोहा, तांबा आदि आवश्यक खनिज तत्वों की भी मात्रा पाई जाती हैं जोकि शरीर के लिए आवश्यक तत्व माने जाते हैं।
नींबू घास में सिट्रल पाया जाता है जोकि वजन घटाने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण घटक होता है तथा यह मोटापा कम करने में भी बहुत प्रभावशाली माना जाता है। साथ ही यह मेटाबॉलिज्म को भी स्वस्थ रखने में मददगार होता है और शरीर में फैटी एसिड के ऑक्सीकरण को भी बढ़ाने में यह सहायक होता है।
लेमन ग्रास के बारे में विस्तार से जानने के लिए निचे दिए गए बटन पर क्लिक करें