औषधीय गुणों का भंडार है सदाबहार जानिए इसके फायदे | Sadabahar benefits in hindi

सदाबहार के फायदे और उपयोग कैसे करें [Sadabahar benefits and uses in hindi] सदाबहार क्या है और इसमें कौन कौन से औषधीय गुण पाए जाते है – Sadabahar leaves benefits in hindi

सदाबहार यानि Catharanthus roseus का संपूर्ण पौधा ही औषधीय गुणों से भरपूर होता है। सदाबहार को कहीं भी और किसी भी समय उगाया जा सकता है। सदाबहार की पत्तियां अनेक तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का रामबाण इलाज करने में उपयोगी होती है।

आयुर्वेद के अनुसार सदाबहार की पत्तियों का उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है। इस लेख में जानेंगे सदाबहार क्या है और इसके फायदे यानि Sadabahar benefits और इसे इस्तेमाल करने के तरीके कौन-कौन से हैं जानिए सदाबहार के फायदे और उपयोग कैसे करें !

सदाबहार के फायदे और उपयोग / Sadabahar ke fayde aur upyog

आयुर्वेद के अनुसार सदाबहार का पौधा स्वास्थ्य के लिए उपयोगी, अनेक आयुर्वेदिक औषधियों में उपयोग होने वाला (catharanthus roseus uses in ayurveda) और रोगों से बचाने वाला होता है क्योंकि आयुर्वेद के अनुसार हमारे शरीर में तीन दोष यानी वात, पित्त और कफ होते हैं और इन्ही के अनियमित होने से शरीर में रोग उत्पन्न होने लगते हैं।

सदाबहार की पत्तियां वात और कफ दोष को दूर करने में फायदेमंद होती है और शरीर में इनके नियंत्रित रहने से बिमारियों का खतरा कम होकर शरीर हमेशा स्वस्थ और निरोगी बना रहता है।

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सदाबहार क्या है : What is sadabahar

यह एक बहुत ही सूंदर दिखने वाला पौधा है। सदाबहार का पौधा पूरे साल भर हरा भरा रहने वाला और खिले हुए फूलों वाला एक पौधा होता है इसलिए ही इस पौधे को सदाबहार नाम दिया गया है। सदाबहार को सदा सुहागन, सदाफूली जैसे नामों से भी जाना जाता है।

इसका वानस्पतिक नाम कैथरानथुस रोजेस (Catharanthus roseus) होता है। इसके पत्ते अंडाकार रूप में डाली पर एक दूसरे के विपरीत लगते हैं। सदाबहार का पौधा बहुत साफ सुथरा और सुंदर दिखने वाला पौधा होता है।

इस पौधे की काट-छाट की आवश्यकता नहीं होती यह सलीके से बढ़ता रहता है। इसके फूल सफेद, गुलाबी और सफेद के बीच गुलाबी रंग के होते हैं तथा इनमें पांच पंखुड़ियां होती है।

सदाबहार के प्रकार (Type of catharanthus roseus in hindi)

इस Catharanthus roseus या सदाबहार के पौधे की मुख्यतः तीन प्रजातियां पाई जाती है तथा औषधीय गुणों के लिहाज से तीनों का ही अपना महत्व है।

1 गुलाबी फूल वाली

2 सफेद फूल वाली

3 सफेद फूल के बीच गुलाबी रंग वाली

सदाबहार की सफेद फूल के बीच में गुलाबी रंग के धंबे वाली प्रजाति में सबसे अधिक एल्केलाइट्स पाए जाते हैं।

सदाबहार में रासायनिक घटक (catharanthus roseus medicinal uses in hindi)

आयुर्वेद में औषधीय उपयोग के लिए सबसे महत्वपूर्ण पौधे के रूप में सदाबहार का वर्णन किया जाता है क्योंकि सदाबहार का पूरा पौधा ही औषधीय गुणों से भरपूर होता है।

इसमें लगभग 65 से भी अधिक एल्कलॉइड पाए जाते हैं इनमें इंडोलरोबेसिन  (एजिमेंलिसन) और सर्पेन्टाइन प्रमुख है। सदाबहार की पत्तियों में विनक्रिसटीन व विनब्लास्टिन एल्केलाइट्स मौजूद होते हैं

सदाबहार की जड़ों में रिर्सपीन, अजमेलिसिन, सर्पेटीन आदि एलकेलाइट्स मौजूद होते हैं जो हाइपोटेंसिव तथा एंटी स्पास्मोडिक गुणों के कारण अनेक रोगों में प्रयोग किए जाते हैं।

सदाबहार के फायदे और सेवन कैसे करें – Sadabahar benefits and uses in hindi

डायबिटिज में सदाबहार की पत्तियों के फायदे (Sadabahar leaves benefits in hindi)

मधुमेह से पीड़ित रोगियों के लिए सदाबहार का पूरा पौधा ही यानी इसका पंचांग गुणकारी होता है। लेकिन सदाबहार की पत्तियों में एल्कलॉइड तत्व पाया जाता है जो कि बॉडी में इंसुलिन के निर्माण में सहायक होता है।

इसके लिए सदाबहार की ताजी पत्तियों का रस निकालकर रोज सुबह के समय रोज पीना फायदेमंद होता है। अगर ताजी पत्तियां न मिले तो इसकी सुखी पत्तियां या पंचाग को काढ़ा बनाकर रोज सुबह पीना शुगर रोग में लाभकारी होता है।

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कैंसर रोग से बचने में सदाबहार के फायदे

सदाबहार की जड़ों से एजमेलिसिन नामक एल्केलॉयड को प्राप्त करने के लिए इसकी नई नई प्रजातियों को विकसित किया जा रहा है।

सदाबहार से विनक्रिसटीन तथा विनब्लास्टिन नाम के रसायन निकालकर इनसे कैंसर रोधी दवाओं का निर्माण किया जाता है।

यह रसायन शरीर में कैंसर की कोशिकाओं को पनपने से रोकने के साथ-साथ उनको खत्म करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

बालों के लिए सदाबहार के फायदे (Sadabahar ke fayde balo ke liye)

सदाबहार बालों संबंधी समस्याओं को दूर करने तथा बालों को घना काला, लंबा व खूबसूरत बनाने में लाभकारी होता है।

इसके लिए कच्ची घणी के नारियल तेल में सदाबहार के फूलों को मिलाकर धूप में छोड़ दें, और यह तेल बालों में लगाना काफी फायदेमंद माना जाता है।

इसके अलावा सदाबहार के फूलों को छाया में सुखाकर पाउडर बनाकर इसका लेप बालों में लगाना भी बालों से संबंधित समस्याओं में फायदेमंद होता है।

शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में सदाबहार

सदाबहार की पत्तियों का उपयोग आंतों की सफाई के साथ-साथ शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को मूत्र मार्ग से बाहर निकालने में मददगार होता है।

यह लीवर को भी ताकत देता है तथा लीवर को फैटी होने से बचाने के साथ साथ इसकी कार्य क्षमता बढ़ाने के लिए भी सदाबहार की पत्तियों का इस्तेमाल फायदेमंद माना जाता है।

इसके लिए सदाबहार की पत्तियों को चबाकर खाएं या एक रस निकाल कर पी सकते हैं तथा सदाबहार की जड़ और सुखी पतियों के चूर्ण से काढ़ा बनाकर भी पीया जा सकता है।

उच्च रक्तचाप में सदाबहार के फायदे

सदाबहार ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए बहुत ही कारगर औषधि मानी जाती है। इसके लिए सदाबहार की पत्तियों व इसकी जड़ का इस्तेमाल किया जाना लाभदायक होता है।

अगर सदाबहार के पौधे की जड़ों का चूर्ण बनाकर नियमित सेवन किया जाए तो अनियंत्रित ब्लड प्रेशर संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलता है।

सदाबहार की पत्तियों में मौजूद रसायनों से ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने वाली औषधियों का निर्माण किया जाता है।

स्किन प्रोब्लेम्स में सदाबहार का उपयोग (Sadabahar ke fayde for skin)

त्वचा संबंधी रोगो से राहत दिलाने में भी सदाबहार की पत्तियां काफी फायदेमंद होती है। स्किन पर होने वाले रेसेस, खाज-खुजली, इंफेक्शन व लाल दानों जैसी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए सदाबहार की पत्तियों से पेस्ट बनाकर लेप लगाने से फायदा होता है।

चेहरे की त्वचा में निखार लाने और पिम्पल्स, झुर्रियां, मुहांसों, ब्लैकहेड्स जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में भी सदाबहार की पत्तियां लाभदायक होती है।

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गुर्दे की पथरी में सदाबहार के फायदे (sadabahar benefits for kidney stone)

आजकल अनियंत्रित खानपान और दूषित खाद्य पदार्थों के कारण किडनी स्टोन एक आम समस्या बनती जा रही है। इसका मुख्य कारण बी कोलाई बैक्टीरिया है और सदाबहार में ऐसे तत्व मौजूद है जो संक्रमण बैक्टीरिया छूटकारा दिलाने और शरीर से विशैल तत्वों बाहर निकालने में मददगार होते है।

इसलिए किडनी स्टोन से बचने यानि Kidney stone treatment या छुटकारा पाने के लिए सदाबहार का रस या पंचाग का काढ़ा बनाकर पीना फायदेमंद होता है।

सदाबहार का उपयोग कैसे करें (Sadabahar uses in hindi)

सदाबहार का उपयोग अनेक तरीकों से किया जाता है। वैसे तो इसका पूरा पौधा ही स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है लेकिन अधिकतर इसकी पत्तियां, फूलों तथा जड़ों का उपयोग किया जाता है।

इसकी पत्तियों को चबाकर या रस निकालकर, फूलों व पत्तियों से पेस्ट बनाकर, जड़ों या पौधें से चूर्ण बनाकर उपयोग किया जाता है। कुछ लोग तो सदाबहार के फूलों का इस्तेमाल वजन घटाने के लिए भी करते हैं।

सदाबहार की ताजी पत्तियों से रस निकालकर पीना मधुमेह के साथ साथ काफी रोगों में फायदेमंद (sadabahar benefits) होता है। इसकी पत्तियों का पेस्ट बनाकर स्किन, बालों संबंधी समस्याओं में उपयोग होता है।

सदाबहार के फूल शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत करने में फायदेमंद होते हैं। इसकी जड़ें कमजोरी दूर करने व महिलाओं में होने वाली ज्यादातर समस्याओं से राहत दिलाने में मददगार होती है।

sadabahar benefits
Sadabahar benefits in hindi

सदाबहार के अन्य फायदे (Catharanthus roseus benefits in hindi) 

  • सदाबहार के फूल और पत्तियां महिलाओं के रोगों में भी फायदेमंद होते हैं इसकी पत्तियों का रस अनियमित पीरियड्स की समस्या को दूर करता है तथा रक्तस्राव से संबंधित समस्याओं से छुटकारा दिलाकर शारीरिक कमजोरी दूर करने में काम आता है। महिलाओं में होने वाली पॉलीसिस्टिक ओवेरी सिंड्रोम की प्रॉब्लम से राहत दिलाने में भी सदाबहार मददगार है।
  • सदाबहार की पत्तियों को चबाकर खाने या इन का रस निकालकर पीने से मष्तिष्क की कार्यक्षमता बढ़ती है तथा मष्तिष्क से संबंधित समस्याओं से छुटकारा मिलता है और इनसे नींद कम आने की समस्या में भी राहत मिलती है तथा सदाबहार की पत्तियों का सेवन करने से डिप्रेशन, तनाव आदि दूर होकर मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है।
  • मौसम में बदलाव या अधिक ठंडी चीजों का सेवन करने के कारण अक्सर होने वाली गले संबंधी समस्याएं, गले में खीच-खीच, संक्रमण आदि से छुटकारा पाने के लिए सदाबहार की पत्तियों के रस का सेवन करने व नाक में एक-एक बूंद रस डालने से फायदा मिलता है।
  • चेहरे पर बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करने के लिए सदाबहार की पत्तियों, फूलों को कूटकर थोड़ा सा नारियल तेल मिलाकर पेस्ट बनाकर फ्रिज में रखें तथा ठंडा होने के बाद चेहरे पर 15 से 20 मिनट लगा कर रखें तथा उसके बाद चेहरा धोने लेने से फायदा होता है।
  • इस पौधे यानी सदाबहार की पत्तियों से विनक्रिसटीन तथा विनब्लास्टिन नामक एलकेलाइट्स निकाले जाते हैं जो महिलाओं में होने वाली ल्यूकेमिया तथा हॉजकिन्स नाम की बीमारियों के इलाज में प्रयोग किए जाते हैं।

FAQs

Q1. सदाबहार के फूल चेहरे पर कैसे लगाएं?

Ans चेहरे के दाग धब्बे हटाने और चेहरे में निखार लाने के लिए सदाबहार के फूलों और पतियों को कूटकर पेस्ट बनाकर 15-20 मिनट रखें तथा उसके बाद चेहरे पर लगाना और सूखने के बाद ठंडे पानी से चेहरा धो ले।

Q 2. मधुमेह के लिए सदाबहार का उपयोग कैसे करें?

Ans शरीर के ब्लड में रक्त शंकरा को बढ़ने से रोकने के लिए दिन भर में दो से तीन पत्तियों को दो तीन बार चबाकर खाना चाहिए। इसके अलावा सदाबहार के फूलों को पानी में उबालकर छानकर इस पानी को पीने से भी मधुमेह नियंत्रित रहता है।

निष्कर्ष – Conclusion

दोस्तों आज की लेख में हमने जाना सदाबहार क्या होता है तथा इसका इस्तेमाल करने के फायदे (Sadabahar benefits in hindi) औषधीय गुण और इसका उपयोग कैसे किया जाता है तथा सदाबहार किन रोगों से बचाने में फायदेमंद होता है। इस लेख के बारे में आपके कोई भी सुझाव या सवाल हो तो नीचे कमेंट में अवश्य लिखें।

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-: लेख को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद :-

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1 thought on “औषधीय गुणों का भंडार है सदाबहार जानिए इसके फायदे | Sadabahar benefits in hindi”

  1. लेख अत्यंत फायदेमंद रहा सदाबहार पौधे की तरह ही आपके लेख स्वास्थ्य में सदा ही बहार लाने का काम करता है
    धन्यवाद

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