तुलसी के फायदे, औषधीय गुण और उपयोग – Tulsi health benefits in hindi
आज के इस लेख में आपका स्वागत है आज जानेंगे तुलसी क्या है तुलसी के नाम और Tulsi कितने प्रकार की होती है। तुलसी के फायदे (Tulsi Benefits) और औषधीय गुण तथा तुलसी के बीजों के फायदे और हेल्थ के लिए तुलसी का महत्व। Tulsi ke fayde के साथ तुलसी के पौधे की पूरे भारतवर्ष में Tulsi pooja की जाती है।
तुलसी के पूरे पौधे में औषधीय गुण होने के कारण यह अनेक प्रकार की बीमारियों से लड़ने की क्षमता रखता है। जानते हैं तुलसी का सेवन किन किन रोगों बचाने में लाभकारी होता है। Holy basil Benefits in hindi
तुलसी क्या है : what is tulsi
हिन्दू धर्म में तुलसी का बहुत महत्व है। Tulsi को हर घर के आंगन में, छतों पर तथा मंदिरों में लगाया जाता है। तुलसी यानि Holy basil एक प्रकार का औषधीय गुणों से भरपूर व पूजनीय पौधा होता है। हर घर में Tulsi pooja की जाती है
तुलसी का उपयोग एक जड़ी बूटी के रूप करने के साथ साथ मान्यता है कि जिस घर में तुलसी का पौधा होता है उस घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है तथा नकारात्मक ऊर्जा उस घर में प्रवेश नहीं कर पाती है।
तुलसी का पौधा रात को ऑक्सीजन का उत्सर्जन करता है। तुलसी के ऊपरी सिरे पर सफेद तथा बैंगनी रंग के फूल लगते हैं तथा इन फूलों के बाद इसमें छोटे-छोटे बीज बनते हैं।
घर में गमलों में तुलसी उगाने के साथ-साथ इसकी बड़े पैमाने पर खेती भी की जाती है। तुलसी की पत्तियां, शाखाएं, बीज, जड़, सभी का अपना अलग महत्व है इन सभी में औषधीय गुण पाए जाते हैं।
Tulsi pooja 2022 – तुलसी पूजा का महत्त्व
हिन्दू मान्यताओं के अनुसार तुलसी पूजा ( Tulsi Pooja) का बहुत अधिक महत्त्व होता है मान्यता है की जिस घर में तुलसी की पूजा होती है उस घर में सुख समृद्धि और धन धान्य की वृषा होती है और तुलसी की पूजा (Tulsi pujan) करने से नकारात्मक शक्तियों का नाश होकर मन में अच्छे अच्छे विचार आता है।
Table of Contents
- 1 तुलसी के फायदे, औषधीय गुण और उपयोग – Tulsi health benefits in hindi
- 2 तुलसी के फायदे / Tulsi benefits in hindi
- 2.1 तुलसी के नाम : Names of holy basil tulsi
- 2.2 तुलसी में पोषक तत्व (Holy basil nutrition in hindi)
- 2.3 तुलसी के प्रकार (Type of tulsi)
- 2.4 तुलसी के तेल के फायदे (Tulsi oil benefits in hindi)
- 2.5 तुलसी के रस के फायदे (Tulsi juice benefits in hindi)
- 2.6 तुलसी के फायदे और उसके औषधीय गुण – Tulsi ke fayde aur aushadhiya gun
- 2.7 तुलसी के बीजों के फायदे – Tulsi ke beej ke fayde
- 2.7.1 शरीर की कमजोरी दूर करने में तुलसी के फायदे
- 2.7.2 स्पर्म काउंट बढ़ाने में तुलसी के फायदे
- 2.7.3 मासिक चक्र संबंधी समस्याओं में तुलसी के फायदे
- 2.7.4 कैंसर रोग से बचाने में तुलसी के फायदे
- 2.7.5 वजन घटाने में तुलसी के फायदे
- 2.7.6 FAQ : Tulsi के बारे में पूछे जाने वाले सवाल
- 2.7.7 Q 1. तुलसी के पत्ते खाने के क्या फायदे है?
- 2.7.8 Q 2. तुलसी का रस पीने से क्या होता है?
तुलसी के फायदे / Tulsi benefits in hindi
प्राचीन काल से ही आयुर्वेद में तुलसी का एक अलग ही महत्त्व और उपयोग है। यह पौधा सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होने के साथ साथ इसको घर में लगाने से सुख समृद्धि भी आती है।
तुलसी में एंटीबायोटिक और एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होती है यह Digestive system और पेट से जुडी तमाम तरह की समस्याओं से छुटकारा दिलाने के साथ साथ कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से भी बचाती है।
1. बैक्टीरियल इन्फेक्शन दूर करें
2. शरीर की आंतरिक समस्याएं दूर करें
3. पाचन समस्याएं दूर करें
4. वायु शुद्ध करें
5. सर्दी खांसी से बचाएं
6. बालों के लिए
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तुलसी के नाम : Names of holy basil tulsi
तुलसी का वैज्ञानिक नाम ओसिमम सैक्टम (Ocimum sanctum) यह लेबियेटी कूल का पौधा होता है। तुलसी का पौधा भारतवर्ष में सभी स्थानों पर पाया जाता है। Tulsi को हिंदी में तुलसी, वरून्दा जैसे नामों से जाना जाता है।
अंग्रेजी में तुलसी को बेसिल यानि Holy Basil कहते हैं। तुलसी को विष्णुवल्लभा भी कहते हैं क्योंकि विष्णु भगवान की पूजा बिना तुलसी के पूर्ण नहीं मानी जाती है।
इसके अलावा तुलसी को आठ नामों से पूजा जाता है जैसे वृंदा, विश्वपावनी, वृन्दावनी, विश्वपूजिता, नन्दिनी,पुष्पसारा, कृष्णजीवनी, तुलसी माता आदि नामों से इसे देवी के रूप में पूजा जाता है।
तुलसी में पोषक तत्व (Holy basil nutrition in hindi)
तुलसी की पत्तियों में अनेक प्रकार के खनिज तत्व व विटामिन्स पाए जाते है। इसमें मुख्यतः विटामिन सी, आयरन, जिंक, कैल्शियम, कॉपर, मैगजीन, मैग्नीशियम आदि मौजूद होते हैं। इसमें क्लोरोफिल भी होता है।
इसके अलावा तुलसी में सिट्रिक, मैलिक एसिड और टार्टरिक भी होता है। तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीवायरस, एंटीवायरल, एंटीमाइक्रोबियल जैसे अनेक गुण मौजूद होते हैं। इसलिए तुलसी का नियमित सेवन करने से अनेक रोगों से बचने में मदद मिलती है।
तुलसी के प्रकार (Type of tulsi)
वैसे तो तुलसी पांच प्रकार की होती है। लेकिन मुख्यतः दो प्रकार की तुलसी का ही ज्यादा उपयोग किया जाता है तथा दोनों प्रकार की तुलसी का ही स्वास्थ्य व पूजा की दृष्टि से विशेष महत्व होता है।
- हरी नस्ल राम तुलसी
इसे श्री तुलसी के नाम से भी जाना जाता है। इस तुलसी की पत्तियां हरे रंग की होती है। यह भी अनेक प्रकार के औषधीय गुणों से भरपूर होती है।
- कृष्ण तुलसी
इसकी पत्तियां गहरे हरे रंग की व बैंगनी रंग की सी होती है। यह तुलसी हर हिंदू परिवार में पाई जाती है।
संस्कृत ग्रंथों में इसे सभी प्रकार के कष्टों का निवारण करने वाला पवित्र पौधा माना जाता है। ब्राह्मण इसे कृष्ण व विष्णु के रूप में पूजते हैं। इसकी पत्तियों को चरणामृत या पंचामृत में तथा विभिन्न प्रकार की पूजन सामग्री में उपयोग किया जाता है।
अंतिम संस्कार के समय इसकी टहनियों एवं पत्तियों की आहुति देना पवित्र माना जाता है। इसके अलावा इसका महत्व विभिन्न रूपों में कई प्राचीन ग्रंथों में भी बताया गया है।
तुलसी के तेल के फायदे (Tulsi oil benefits in hindi)
दैनिक जीवन में भी तुलसी का एक अलग ही महत्व होता है। इसकी विभिन्न प्रजातियों से तेल भी निकाला जाता है। जिसमें लौंग की सी सुगंध आती है। जिसका उपयोग बहुत सी औषधियों के निर्माण में किया जाता है।
इसकी सब्जी भी बनाई जाती है एवं पत्तियां सलाद में व अन्य भोजन में मसाले के रूप में उपयोग में ली जाती है। इसलिए तुलसी एक महत्वपूर्ण एवं उपयोगी औषधिय पौधा है।
तुलसी से निकाले जाने वाले तेल (Tulsi oil) में जीवाणु नाशक एवं कीटनाशक गुण पाए जाते हैं। शरीर के बाहरी हिस्सों में किए गए प्रयोगों में यह माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस एवं माइक्रोक्राकस पायोजींस नामक जीवाणुओं की वृद्धि को रोकने में सक्षम होता है।
इसकी विकर्णी क्रिया मच्छरों के विरुद्ध 2 घंटे तक सक्रिय रूप से कार्य करती है। इसकी हरी नस्ल से प्राय प्राप्त किया जाने वाला तेल सालमेनोला टाइफोसा नामक जीवाणु के विरुद्ध क्रियाशील होता है।
तुलसी के रस के फायदे (Tulsi juice benefits in hindi)
तुलसी की पत्तियों (Tulsi leaves) में ईथर व एल्कोहॉलिक निष्कर्ष ऐशेरेसिया कोलाई जीवाणुओं के विरुद्ध क्रियाशील पाया गया है इसकी पत्तियों के रस में स्वेदकारी कालिक ज्वर नासी उदित दीपक एवं कफोत्सारी गुण होते हैं। यह जुखाम एवं सांसो की शुद्धि व श्वसन रोगों में उपयोगी होती है।
तुलसी का उपयोग स्किन संबंधी रोगों दाद, खाज- खुजली, चंबल आदि में किया जाता है। इसकी पत्तियों का रस कान के दर्द में एक बूंद कानों में डालने से दर्द से राहत पहुंचाता है। इसकी पत्तियों का रस बच्चों के पेट के रोगों से छुटकारा दिलाने के साथ-साथ कीड़ों की समस्या से राहत पहुचाने में भी उपयोगी होता है।
तुलसी के फायदे और उसके औषधीय गुण – Tulsi ke fayde aur aushadhiya gun
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में तुलसी के फायदे
तुलसी में शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत करने और रोगों से लड़ने की शक्ति मौजूद होती है। इसमें प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। इसलिए रोज सुबह तुलसी की एक दो पत्तियों को खाने से रोगप्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है तथा मौसम में बदलाव के कारण होने वाली बीमारियों से भी शरीर को बचाएं रखने में भी यह सहायक होती है।
मौखिक स्वास्थ्य में तुलसी के फायदे
तुलसी में एंटीमाइक्रोबियल्स गुण पाए जाते हैं जिसके कारण यह दांतों व मुंह के कीटाणुओं या बैक्टीरिया को खत्म करने में सहायक होती है। तुलसी की ताजी पत्तियों को मुंह में रखकर चूसने या चबाने से मुंह के रोग या सामान्य तौर पर होने वाली समस्याएं जैसे मुंह की दुर्गंध, मसूड़ो के रोग, दांतों की सड़न, कैविटी, दांत दर्द, जीभ के छाले आदि समस्याओं छुटकारा मिलता है।
इसके साथ ही सांसों की सुद्धता और मुंह के रोगों के कारण होने वाली आंतों व पेट संबधी समस्याओं से राहत पाने के लिए भी तुलसी को चबाकर नियमित खाना फायदेमंद होता है।
तनाव कम करने में तुलसी के फायदे
तुलसी की पत्तियों का सेवन मानसिक स्वास्थ्य और मस्तिष्क को मजबूती प्रदान करने व स्वस्थ रखने में मददगार होता है। इसकी पत्तियों की चाय बनाकर रोजाना सेवन करने से कोर्टिसोल हार्मोन यानी स्ट्रेस हार्मोन के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
इसमें मौजूद इन्हीं गुणों के कारण इसके सेवन से डिप्रेशन, तनाव, चिड़चिड़ापन जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद मिलती है। तुलसी की पत्तियों का नियमित सेवन करने से दिमाग के रोगों में, वायु संबंधी रोगों में भी लाभ होता है।
मधुमेह रोग में तुलसी के फायदे
तुलसी डायबिटीज के रोगी के लिए एक बहुत ही प्रभावशाली घरेलू उपचार है। इसके लिए तुलसी का रस (Tulsi juice) नियमित कुछ दिन सेवन करने से शुगर के स्तर को सामान्य लाने में काफी मदद मिलती है तथा इसका सेवन करते रहने से मधुमेह रोग को नियंत्रित रखा जा सकता है।
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बुखार जुकाम में तुलसी के फायदे
तुलसी का नियमित सेवन बुखार सर्दी खांसी जुखाम जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में भी लाभदायक होता है। इसके लिए तुलसी के साथ लौंग, काली मिर्च, मुलेठी आदि मिलाकर पानी में उबालकर काढ़ा बनाकर इसमें मिश्री मिलाकर पीने से फायदा होता है।
साथ ही गले में समस्या, जुखाम या नाक बंद होने पर तुलसी को पानी में उबालकर इसमें दो बूंद अमृतधारा डालकर भाप लेने से भी लाभ मिलता है। इसके अलावा इसकी पत्तियों को पानी में उबालकर पीना डेंगू बुखार, मलेरिया या वायरल इंफेक्शन में फायदेमंद होता है।
हृदय रोग में तुलसी के फायदे
इसका किसी भी रूप में सेवन करना दिल के रोगों में भी लाभदायक होता है। क्योंकि तुलसी में कैल्शियम, फास्फोरस, पोटेसियम, विटामिन सी जैसे तत्व पाए जाते है जो हार्ट संबधी रोग जैसे हार्ट अटैक, हार्ट फेल्योर, हार्ट डिजीज, हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी अनेक बीमारियों से बचाने में मददगार होते है।
इसके लिए नियमित सुबह के समय तुलसी की ताजी पांच पत्तियों को चबाकर खाने से फायदा होता है।
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तुलसी के बीजों के फायदे – Tulsi ke beej ke fayde

शरीर की कमजोरी दूर करने में तुलसी के फायदे
शरीर में किसी भी प्रकार की शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए तुलसी के बीजों का सेवन करना लाभदायक माना जाता है। शारीरिक शक्ति बढ़ाने के साथ साथ यौन शक्ति को बढ़ाने में भी तुलसी के बीजों का नियमित सेवन करना फायदेमंद होता है।
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स्पर्म काउंट बढ़ाने में तुलसी के फायदे
पुरुषों में स्पर्म काउंट बढ़ाने में तुलसी के बीज काफी फायदेमंद माने जाते हैं। इसके लिए नियमित गुड की एक डली के ऊपर तुलसी के बीज चिपका कर खाएं और ऊपर से गुनगुना दूध पीने से बहुत तेजी से स्पर्म काउंट में बढ़ोतरी होती है।
मासिक चक्र संबंधी समस्याओं में तुलसी के फायदे
महिलाओं में हर महीने होने वाले मासिक चक्कर के अनियमित होने से अनेक प्रकार की समस्याएं उत्पन्न होती है। इस अनियमित मासिक चक्र की समस्या को दूर करने के लिए तुलसी के बीजों का नियमित सेवन करना फायदेमंद होता है। साथ ही तुलसी की पत्तियों को रोजाना चबाकर खाने से भी इस समस्या में लाभ उठाया जा सकता है।
कैंसर रोग से बचाने में तुलसी के फायदे
तुलसी के बारे में कुछ लोगों का मानना है कि तुलसी के सेवन से प्राथमिक स्तर के कैंसर को भी ठीक किया जा सकता है। इसके लिए अगर तुलसी के 4 पत्ते और चार पत्ते शीशम के नियमित चबाकर खाते रहे तो कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से बचा जा सकता है।
वजन घटाने में तुलसी के फायदे
तुलसी के बीजों में बहुत कम मात्रा में कैलोरी होती है तथा इनमें भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है। तुलसी के बीजों को खाने से लंबे समय तक भूख नहीं लगती है। इसलिए यह वजन घटाने में मददगार होती है। तुलसी के बीजों और पत्तियों से चाय बना कर नियमित सेवन करने से वजन कम करने में मदद मिलती है। और शरीर ताकतवर बनता है।
FAQ : Tulsi के बारे में पूछे जाने वाले सवाल
Q 1. तुलसी के पत्ते खाने के क्या फायदे है?
Ans आयुर्वेद के अनुसार तुलसी का इस्तेमाल अनेक तरीकों से किया जा सकता है। तुलसी के पत्तों में एंटीबैक्टीरियल प्रोपर्टीज पाई जाती है जो पेट से संबंधित रोग जैसे पाचन शक्ति कमजोर होना, गैस, एसिडिटी, जलन आदि को दूर करने के साथ-साथ मौखिक समस्था के लिए भी फायदेमंद होते हैं। इनके सेवन से इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है।
Q 2. तुलसी का रस पीने से क्या होता है?
Ans शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने व लिवर और किडनी को स्वस्थ और साफ रखने के लिए तुलसी का रस पीना लाभकारी होता है। तुलसी का रस पीने से पाचन तंत्र मजबूत होने के साथ-साथ इम्यूनिटी भी बढ़ती है।
तुलसी गले को रोगों से छुटकारा दिलाने के साथ-साथ फेफड़ों संबंधी समस्याओं व पेट के रोगों, कब्ज, दस्त, पेट दर्द जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में भी यह उपयोगी होता है। तुलसी का रस पीने से पेट साफ रहता है।
निष्कर्ष (Conclusin)
इस लेख में हमने जाना तुलसी क्या है तथा हेल्थ के लिए तुलसी का महत्व और Tulsi को किन-किन नामों से जाना जाता है एवं तुलसी के औषधीय गुण और स्वास्थ्य के लिए तुलसी के फायदे Tulsi benefits क्या है इस आर्टिकल के बारे में आपके कोई भी सुझाव यह सवाल हो तो नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।
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