Gulab के फूलों में छिपे हैं औषधीय गुण जानिए गुलाब के फायदे

गुलाब का फूल खाने के हैरान करने वाले फायदे : Rose flower benefits in hindi

Gulab ke fayde : गुलाब को फूलों का राजा कहा जाता है। गुलाब के फूलों का प्रयोग सिर्फ सजावट करने तक ही सीमित नहीं होता बल्कि Gulab एक जड़ी बूटी भी होता है। गुलाब का प्रयोग गुलाब के फूल, गुलाब के फल, Gulab Jal, गुलाब रोगन तथा गुलाब के तेल के रूप में अनेक बीमारियों से राहत पाने में भी किया जाता है। क्योंकि Gulab में अनेक औषधीय गुण भी पाए जाते हैं।

इस लेख में जानेंगे गुलाब का इतिहास, गुलाब के प्रकार, गुलाब के औषधीय गुण और गुलाब का उपयोग करने से होने वाले स्वास्थ्य लाभ कौनसे है आइए जानते हैं गुलाब के फायदे Gulab rose flower benefits in hindi

गुलाब का इतिहास (History of gulab in hindi)

गुलाब का इतिहास मानव इतिहास से भी पुराना है। इसका प्रमाण हमें गुलाब के जीवाश्म (फॉसिल्स) कोलोरेडो में मिलता है। भारतवासियों से Gulab फूल का परिचय मुगल बादशाह बाबर ने सन 1526 में करवाया था।

नूरजहां की माता सुल्ताना को भी गुलाब की खुशबू बेहद पसंद थी। ऐसा माना जाता है कि सन 1612 में एक दिन महल के स्नान ग्रह में गुलाब की पंखुड़ियों के साथ जल में तैरती तेल की बूंदों को नूरजहां ने पहली बार देखा था।

इस खोज के बाद से भारत में गुलाब के तेल का निर्माण प्रारंभ हुआ और गुलाब तेल (Gulab oil) से संबंधित उद्योग भी प्रारंभ हुए। वैसे भी गुलाब को हर सौंदर्य प्रेमी पसंद करता है।

बागों के वातावरण को आकर्षक बनाने में गुलाब का विशेष स्थान है। पूजा अर्चना तथा अन्य धार्मिक संस्कारों में रोली चंदन और अक्षत के साथ गुलाब का नाम भी जुड़ा रहता है।

भारत में भी आजकल Gulab उगाने की एक लहर सी चल पड़ी है। वर्ष भर में भारत के विभिन्न प्रदेशों में गुलाब की ना जाने कितनी प्रदर्शनियाँ आयोजित की जाती है। विदेशों में तो गुलाब उगाने से संबंधित अनेक पुस्तकें भी प्रकाशित हो चुकी है।

gulab flower benefits

गुलाब के औषधीय गुण (Rose flower nutrition in hindi)

गुलाब का पूरा पौधा ही औषधीय गुणों का खजाना होता है। गुलाब के फल विटामिन ए , बी3, विटामिन डी, सी तथा विटामिन ई से भरपूर होते हैं। इसमें फ्लेवोनॉयडस, बायोफ्लैवेनॉइड्स, सिट्रिक एसिड, फ्रुक्टोज मैलिक एसिड, टैनिन तथा जिंक पाया जाता है।

गुलाब में एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं जो सूजन कम करने में लाभकारी होता है। इसके अलावा गुलाब के तेल में एस्ट्रिजेंट गुण भी होते हैं यह मसूड़ों तथा बालों की जड़ों को मजबूत बनाने में सहायक होता है।

इसके तेल में एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं जो जख्म, घाव तथा इंफेक्शन से छुटकारा दिलाने में मददगार होता है।

गुलाब की पंखुड़ियों में लैक्सटिव और डाइयुरेटिक्स गुण होते हैं। जो बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकालने, पेट व आंतों को साफ रखने, शरीर का मेटाबॉलिज्म दुरुस्त रखने तथा मोटापा घटाने में भी मददगार होते हैं।

गुलाब का फूल (Gulab ke phool) त्वचा में निखार लाने व स्किन में अंदर तक पोषण की पूर्ति करने में मददगार होता है।

गुलाब के प्रकार (Types of gulab in hindi)

इस (Gulab) की मुख्यतः चार प्रमुख प्रजातियां पाई जाती है। जो तेल निर्माण के उद्देश्य से भारत में सर्वाधिक उगाई जाती है। यह प्रजातियां है रोजा सेंटीफोलिया, रोजा मास्केटा, रोजा वोरवियाना और रोजा डेमेसिना।

इसमें से रोजा डेमेसिना भारत में सर्वाधिक उगाई जाने वाली प्रजाति है। सुगंध एवं व्यवसायिक उद्देश्य से इसका तेल अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है।

वर्तमान में भारत में लगभग 3600 हेक्टेयर भूमि में गुलाब की चारों प्रजातियों की खेती की जाती है। भारतवर्ष में गुलाब के तेल का निर्यात विदेशी मुद्रा अर्जित करने के लिए किया जाता है। Gulab का उपयोग विभिन्न रूपों में किया जाता है। जैसे गुलाब जल, गुलाब इत्र, गुलकंद, गुलाब रोगन आदि।

गुलाब के औषधीय गुण और फायदे / Gulab health benefits in hindi

मुंह के स्वास्थ्य में गुलाब के फायदे

गुलाब के फूल मौखिक स्वास्थ्य के लिए बहुत ही कारगर औषधि होते हैं। मुंह के छालों की समस्या से छुटकारा पाने के लिए गुलाब के फूलों की पंखुड़ियों को चबाने से राहत मिलती है तथा इन्हें पानी में उबालकर काढ़ा बनाकर इससे नियमित गरारे करने से मुंह के छालों के साथ-साथ मुंह के समस्त प्रकार के रोगों से भी छुटकारा दिलाने में Gulab फायदेमंद होता है।

गुलाब के फूलों को कुछ दिन नियमित चबाने से मसूड़ों की समस्या, मसूड़ों से खून मवाद आना बंद होने के साथ-साथ मसूड़े मजबूत होते हैं और मुंह की बदबू तथा पायरिया की समस्या से भी छुटकारा मिलता है। यह भी पढ़ें – मुंह को स्वस्थ रखने के घरेलू उपाय

थकान दूर करने में गुलाब के फायदे

शरीर में ऊर्जा बढ़ाने या शारीरिक कमजोरी दूर करने में गुलाब का सेवन फायदेमंद होता है। इसके लिए गुलाब के फूलों से बने हुए शरबत का दूध या पानी के साथ नियमित सेवन करना लाभदायक होता है।

इसके साथ ही थकान दूर करने के लिए गुलाब की 12 से 15 कोमल पंखुड़ियों को पीस लें तथा इसमें चंदन का तेल मिलाकर बॉडी की मालिश करने से भी शरीर तरोताजा और ऊर्जावान महसूस करता है।

होंठों का कालापन दूर करने में गुलाब के फायदे

होठों में रूखापन, कालापन व होंठ फटने जैसी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए गुलाब के फूलों की पंखुड़ियों को पीसकर समान मात्रा में मलाई या मक्खन मिलाकर होठों पर नियमित लगाने से फायदा मिलता है।

इसके अलावा रात को सोने से पहले होठों पर गुलाब जल या गुलाब की पंखुड़ियों को मसल कर मसाज करने से भी होंठों का कालापन दूर करने में लाभ मिलता है।

पेट के रोगों में गुलाब के फायदे

पेट के समस्त प्रकार के रोगों से राहत दिलाने में गुलाब में पाए जाने वाले औषधीय गुण लाभकारी होते हैं।

इसके लिए गुलाब के फूलों का रस, पुदीने का रस तथा सौंफ का रस मिलाकर इसको एक या दो चम्मच की मात्रा में पानी में मिलाकर नियमित कुछ दिन सेवन करने से पेट के तमाम तरह के रोगों से छुटकारा मिलता है।

इसके अलावा गुलाब के फूलों से बने गुलकंद का सेवन नियमित सुबह-शाम भोजन करने के बाद दो चम्मच की मात्रा में करने से कब्ज के साथ-साथ पेट रोगों में भी लाभदायक होता है।

यौन शक्ति बढ़ाने में गुलाब के फायदे

यौन दुर्बलता को दूर करने में भी गुलाब फायदेमंद होता है। इसके लिए गुलाब की कच्ची कलियों व गुलाब के फूलों को चबा कर खाने के बाद दूध पीने से यौनशक्ति में वृद्धि होती है।

गुलाब का सेवन करने से शरीर में नई ऊर्जा व शक्ति का संचार होता है। विस्तार से जानने के लिए यह पढ़ें – यौन शक्ति बढ़ाने के घरेलू उपाय

दिमाग को ठंडक पँहुचाने में गुलाब के फायदे

दिमाग की समस्याओं से राहत दिलाने और दिमाग की कार्यक्षमता बढ़ाने व दिमाग तेज करने में गुलाब का उपयोग करना लाभकारी होता है।

इसके लिए गुलाब के तेल का का प्रयोग करना फायदेमंद होता है इससे डिप्रेशन से भी छुटकारा पाया जा सकता है। यह तेल मस्तिष्क को ठंडक पहुंचाता है।

बालों के लिए गुलाब के फायदे

बालों का विकास और बालों की जड़ों में ब्लड सरकुलेशन को सुचारू रखने में गुलाब जल या तेल काफी फायदेमंद माना जाता है। यह बालों को मजबूती देने के साथ-साथ कोमल, मुलायम व चमकदार बनाए रखने में भी उपयोगी होता है।

साथ ही गुलाब के तेल का प्रयोग नियमित करने से बाल झड़ने, रूसी, डेंड्रफ जैसी समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है। बालों की देखभाल के लिए यह पढ़ें –  बालों को स्वस्थ कैसे रखें

स्किन के लिए गुलाब के फायदे

स्किन को सॉफ्ट व चमकदार बनाने के साथ-साथ दाग धब्बे, झुर्रियां, कील मुहांसों जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में भी गुलाब कारगर औषधि होता है। इसके लिए गुलाब जल को नियमित रात को सोने से पहले चेहरे और स्किन पर लगाने से लाभ मिलता है।

इसके साथ ही स्नान करने के पानी मे गुलाब के फूल और तेल डालकर स्नान करने से त्वचा की सुंदरता बढ़ाने में मदद मिलती है।

लू से बचाने में गुलाब का उपयोग

गर्मियों के मौसम में लू लगना एक आम समस्या होती है। इसलिए इस मौसम में लू से बचने के लिए गुलाब का उपयोग फायदेमंद होता है। गुलाब की 10 से 12 पंखुड़ियों को पीसकर इसमें एक गिलास पानी मिलाकर इस पानी मे कपड़ा भिगोकर इससे शरीर को पोछने से फायदा होता है।

इसके साथ ही गुलाब के शरबत व गुलाब का गुलकंद का सेवन करने से भी शरीर में ठंडक का एहसास होता है और लू से भी बचाव होता है। गर्मियों में लू से बचने के लिए गन्ने का जूस पीना भी फायदेमंद होता है। यह पढ़ें- गन्ने का जूस पीने के फायदे क्या है

Gulab

गुलाब का उपयोग (Uses of gulab in hindi)

व्यावसायिक तौर पर गुलाब का एक अत्यंत महत्वपूर्ण पौधा है। इसके इत्र, गुलकंद, गुलाब जल और कटे फूलों से संबंधित उद्योग भी काफी विकसित हो रहे हैं इसके अलावा गुलाब के ताजे फूलों को सजावट एवं हार बनाकर पूजा के लिए भी प्रयोग में लाया जाता है।

सौंदर्य प्रसाधनों (कॉस्मेटिक) की मांग बढ़ने के साथ गुलाब के तेल का उपयोग सुगंध उद्योग में भी किया जाता है। विश्व में गुलाब तेल का उत्पादन लगभग 15 से 20 टन प्रतिवर्ष है परंतु आज भी इसकी मांग इससे कई गुना अधिक है। इस तेल का औषधीय महत्व भी है।

इसके तेल में मुख्य तत्व रोहड़ीनाल जिरेनियाल तथा निरोल पाए जाते हैं। पित्ताशय की पथरी (गॉल स्टोन) जैसी भयंकर बीमारी के उपचार के लिए इसका उपयोग किया जाता है। इसके तेल का उपयोग कई अन्य बीमारियों के उपचार में भी किया जाता है।

गुलाब की खेती (Gulab ki kheti)

प्राचीन काल से ही भारत में विभिन्न प्रकार के फूलों की खेती व्यवसायिक उद्देश्य से की जाती है जैसे गुलाब, चमेली, रजनीगंधा, केवड़ा आदि। इन सभी पौधों में गुलाब की खेती का अधिक महत्व होता है। विश्व में गुलाब की खेती प्रमुख रूप से बुल्गेरिया, फ्रांस, मोरक्को, टर्की तथा भारत में की जाती है।

भारत में इसकी खेती राजस्थान, उत्तर प्रदेश व जम्मू कश्मीर में की जाती है। आज के समय में सौंदर्य प्रसाधन बनाने के अलावा अनेक प्रकार की आयुर्वेदिक दवाओं के निर्माण में बढ़ती हुई गुलाब की मांग को देखते हुए इसकी खेती का रकबा बढ़ता ही जा रहा है।

गुलाब से बनाई जाने वाली वस्तुएँ (Things made with rose in hindi)

देसी गुलाब से निम्नलिखित सुगंधित पदार्थ प्राप्त होते हैं जैसे

  • गुलाब जल

आसवन क्रिया से सुगंधित गुलाब जल तैयार किया जाता है।

  • गुलाब इत्र

आसवन क्रिया से प्राप्त किया जाता है आसवन द्रव्य यानी गुलाब इत्र।

  • गुलकंद

गुलाब की पंखुड़ियों को चीनी के साथ समान मात्रा में मिलाकर खुली धूप में 1 माह तक रखने से गुलकंद तैयार होता है।

  • गुलाब रोगन

Gulab के फूलों को तेल में मिलाकर गुलाब रोगन तैयार किया जाता है।

गुलाब से प्राप्त होने वाले पदार्थों को सौंदर्य प्रसाधनों, सुगंधियों, औषधियों और सुवासित पेय पदार्थों में भी मिलाया जाता है।

विश्व बाजार में गुलाब जल मुख्यतः बुल्गेरिया से आता है और इसे अति उत्तम गुणवत्ता वाला माना जाता है। वर्तमान समय में रूस, फ्रांस, जर्मनी और तुर्की देशों में भी गुलाब जल तैयार किया जाता है।

भारत में गुलाब का इत्र तथा गुलाब जल तैयार किया जाता है तथा इसकी कीमत गुणवत्ता के आधार पर 60 से 75 रु प्रति लीटर होती है।

फसली गुलाब एक सुगंधित गुलाब की किस्म है। जिसे रोज़ा डेमेसिना फूलों के जल आसवन से गुलाब का सुगंध तेल प्राप्त होता है। परंतु यह तेल बहुत ही कम मात्रा में ही प्राप्त होता है।

निष्कर्ष

इस आर्टिकल Gulab ke phool ke fayde में हमने जाना गुलाब का इतिहास क्या है, गुलाब कितने प्रकार का होता है तथा गुलाब में औषधीय गुण और इसके फायदे (Gulab ke fayde) तथा गुलाब का उपयोग करने से किन किन बीमारियों में फायदा होता है। साथ ही गुलाब की खेती और गुलाब से बनने वाली वस्तुएं कौन कौन सी है।

इस लेख गुलाब के फायदे ( Gulab benefits) के बारे में आपके कोई भी सुझाव या सवाल हो तो कॉमेंट में पूछ सकते हैं। पोस्ट को शेयर जरूर करें।

-: लेख को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद :-

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