Gokhru ke fayde | गोखरू के हैरान करने वाले 11 अद्भुत फायदे

गोखरू के फायदे, नुकसान और उपयोग कैसे करें : Gokhru benefits and side effects in hindi गोखरू क्या है और किन रोगों में उपयोगी है Gokhru benefits

Gokhru benefits : गोखरू जड़ी बूटी का नियमित सेवन शरीर को अनेक बीमारियों से बचाए रखने में फायदेमंद (Gokhru ke fayde) माना जाता है। गोखरू के सम्पूर्ण पौधे का आयुर्वेद में औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता हैं। इस आर्टिकल में जानते हैं गोखरू क्या है, गोखरू के औषधीय गुण तथा गोखरू का उपयोग किन किन रोगों से बचने के लिए किया जा सकता है आइए जानते हैं गोखरू के फायदे, उपयोग और नुकसान (Gokhru ke fayde aur nuksan) क्या है।

गोखरू के स्वास्थ्य लाभ / Gokhru ke fayde

गोखरू एक बहुत ही उपयोगी जड़ी बूटी होती है। इसका उपयोग प्राचीन काल से ही स्वास्थ्य के लिए किया जाता रहा है। गोखरू वात, पित्त व कफ तीनों दोषों को नियंत्रित करने में मददगार औषधि होती है। स्वास्थ्य के लिए Gokhru ke fayde अनगिनत होते है।

गोखरू किडनी रोगों से राहत दिलाने में भी मददगार माना जाता है। साथ ही किडनी स्टोन की समस्या से छुटकारा पाने के लिए भी यह फायदेमंद (Gokhru ke fayde) होता है। आयुर्वेद के अनुसार इसके फल पत्तियां तथा तने का औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है।

गोखरू क्या है (What is gokhru in hindi)

गौक्षुर या गोखरू का वनस्पतिक नाम ट्रिबुलुस टेरेस्टिरिस लिन. है। इसे अंग्रेजी में स्माल कैल्ट्रॉप्स (Small caltrops) तथा हिंदी में छोटा गोखरू कहा जाता है। यह कूल निगोफिल्लेसी प्रजाति का सदस्य है।

यह भारत के सभी उष्ण प्रदेशों जैसे बंगाल, बिहार, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, गुजरात, राजस्थान में खरपतवार के रूप में बहुतायत में पाया जाता है। इसकी शाखाएं दो से 3 फीट लंबी व चारों ओर फैली हुई रहती है तथा पत्ते चने के पतों जैसे कुछ बड़े आकार के आमने सामने स्थित होते हैं।

गोखरू के बीजों से सुगंधित तेल बनाया जाता है। इसकी जड़ मुलायम, रेशेदार, बेरनाकार व 4 से 5 इंच लंबी बाहर से हल्के भूरे रंग की विशिष्ट गंध युक्त होती है। गोखरू के मूल, फल तथा पंचांग का प्रभाव काल 1 वर्ष होता है अतः इसे इस अवधि में ही प्रयोग में लेना चाहिए। गोखरू का सेवन स्वास्थ्य के लिए गुणकारी (Gokhru benefits) होता है।

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गोखरू में न्यूट्रिशन (Gokshura nutrition in hindi)

इसके पूरे वृक्ष में ही न्यूट्रीशन गुण यानी औषधीय गुण पाये जाते है। इसलिए इसको स्वास्थ्य की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण पौधा माना जाता है। और यह हेल्थ के लिए फायदेमंद होता है। इसमें पाये जाने वाले न्यूट्रिशन निम्न है जैसे

गोखरू की पत्तियों में 79 प्रतिशत जल, 7.2 2 प्रतिशत प्रोटीन तथा 4.63 प्रतिशत राख पाई जाती है। इसमें मौजूद मुख्य खनिजों में कैल्शियम, फास्फोरस तथा लोहा होता है। कैल्शियम की प्रचुरता (Calcium rich foods) ही इस जड़ी बूटी की मुख्य विशेषता है। इसमें विटामिन सी की मात्रा भी भरपूर पाई जाती है।

इसमें पाये जाने वाले इन्ही गुणों के कारण गोखरू को हड्डियों व जोडों को मजबूती प्रदान करने के साथ साथ रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी उपयोगी माना जाता है।

इसमें हरमन नाम का एक एल्केलाइड तथा इसके बीजों में हरमिन नामक एल्केलाइड होता है। गोखरू के पौधे में कई सेपोनिन्स भी पाए जाते हैं। डायसोजेनिन, रस्कोजेनिन, गिटोजेनिन आदि इन्हीं सेपोनिन्स से प्राप्त होते हैं। ग्लाइकोसाइड्स में प्रमुख है केंपफेराल, रूटीनोसाइड तथा फ्लेवोनॉयड जिसे ट्रिब्यूनोसाइड के नाम से भी जाना जाता है।

गोखरू के फल में एल्केलाइड के अतिरिक्त एक अवाष्पशील तेल, रेजिन नाइट्रेट, पेरोक्सीडेट, शुगर व टेनिन होता है। इसमें डायस्टेस नाम का एक महत्वपूर्ण एंजाइम भी होता है। बीजों में फास्फोरस तथा नाइट्रोजन भरपूर मात्रा में पाई जाती है। इसमें मौजूद इन्ही तत्वों के कारण यह सेहत के लिए फायदेमंद (Gokhru benefits) होता है।

गोखरू के अन्य भाषाओं में नाम

इसको अलग-अलग जगह के अनुसार अलग-अलग नामों से जाना जाता है जैसे

  • हिंदी में गोखरू, छोटा गोखरू, हाथी चिकार आदि नामों से जाना जाता है।
  • अंग्रेजी में स्मॉल कैल्ट्रॉप्स कहा जाता है।
  • संस्कृत में गौक्षुर, गौक्षुरक, त्रिकण्ट, गोकण्टक, श्रीकांत, स्वाटुकण्टक, चंनद्रुम
  • गुजराती में बेटा गोखरू, नहानगोखरू
  • पंजाबी में बखरा, लोटक, भखर
  • मराठी में लहान गोखरू, सरला ज्ञरोत्ते, शराटट्टे

इन सब के अलावा गोखरू के और भी बहुत से नाम होते हैं।

Gokhru ke fayde
Gokhru ke fayde

गोखरू के फायदे और औषधीय उपयोग : Gokhru health benefits in hindi

गोखरू विटामिन सी से भरपूर जड़ी बूटी है। इसलिए इसका किसी भी रूप में सेवन करने से शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। साथ ही गौक्षुर में अनेक रोगों से लड़ने तथा बचाने के गुण पाए जाते हैं।

इसलिए गोखरू का नियमित सेवन करना स्वास्थ्य के लिए उपयोगी होने के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत करने में यह मददगार होता है।

शारीरिक कमजोरी में गोखरू के फायदे (Body weakness me gokhru ke fayde)

गोखरू एक बलवर्धक रसायन होता है। यह कमजोर पुरुषों व महिलाओं के लिए एक टॉनिक का काम करता है। गोखरू दशमूलारिष्ट में प्रयोग होने वाला एक मुख्य द्रव्य है तथा नपुसंकता दूर करने में यह कारगर औषधि होता है।

महिलाओं में बार-बार होने वाले गर्भपात की समस्या में भी गोखरू का उपयोग फायदेमंद माना जाता है। नाड़ी दुर्बलता को दूर करने में यह रामबाण औषधि होता है। शारीरिक कमजोरी दूर करने के घरेलू उपाय जानने के लिए यह पढ़ें-

मर्दाना ताकत बढ़ाने में गोखरू के फायदे (Gokhru benefits for male)

गोखरू का पूरा पौधा ही पुरुषों में यौन हारमोंस बढ़ाने के लिए उपयोगी माना जाता है। पुरुषों में सेक्स हार्मोन टेस्टोस्टेरोन को बढ़ाने में गोखरू बहूत फायदेमंद जड़ी बूटी मानी जाती है। यह प्रजनन क्षमता को भी बढ़ाने में असरदार होता है।

गोखरू यौन अंग में रक्त प्रवाह को संचालित करने में सहायक होता है। यह पुरुषों तथा महिलाओं में कामेच्छा को बढ़ाता है। इसलिए यौन शक्ति को बढ़ाने में गौक्षुर का सेवन लाभकारी होता है।

स्पर्म काउंट बढ़ाने में गोखरू के फायदे (Sperm count me gokhru ke fayde)

स्पर्म काउंट कम होने के कारण पिता बनने में बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है। और गोखरू में स्पर्म काउंट बढ़ाने या वीर्य सम्बंधी समस्याओं से छुटकारा दिलाने के गुण होते है। इसके लिए गोखरू के फल का चूर्ण और शतावर को बराबर मात्रा में मिलाकर ढाई सौ ग्राम दूध के साथ उबालकर नियमित सेवन करने से स्पर्म काउंट और क्वालिटी बढ़ती है तथा शरीर को शक्ति की प्राप्ति होती है।

डायबिटीज रोग में गोखरू के फायदे (Diabetes me gokhru ke fayde)

इसका सेवन करने से शुगर की बीमारी के खतरे को कम किया जा सकता है। क्योंकि गोखरू में डायबिटीज रोधी गुण पाए जाते हैं। इसलिए शरीर के रक्त में ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने के लिए गोखरू का नियमित सेवन करना फायदेमंद (Gokhru benefits) होता है। मधुमेह रोग में डाइट प्लान जानने के लिए यह पढें-

स्वास रोगों में गोखरू के फायदे (shvasan tantra me gokhru ke fayde)

यह श्वसन तंत्र के लिए लाभकारी होता है और गले सम्बंधी समस्याओं व खांसी से छुटकारा दिलाता है। इसके लिए गोखरू के पंचाग का चूर्ण बनाकर इस चूर्ण से काढ़ा बनाकर नियमित सेवन करना फायदेमंद होता है। इसके अलावा गोखरू के बीज का पाउडर बनाकर रोज सेवन करने से श्वसन रोगों में लाभ होता है।

पेट के रोगों में गोखरू के फायदे (Pet ke rogo me gokhru ke fayde)

गोखरू के सेवन करने से पाचन शक्ति मजबूत होती है तथा पेट के समस्त रोगों में भी यह नापाक माना जाता है। पेट में मरोड़ उठने की समस्या से छुटकारा दिलाने में भी गोखरू फल का चूर्ण लाभ पहुंचाता है। गोखरू में सूजन कम करने के गुण भी पाए जाते हैं। इसलिए आंतों या लिवर तथा पेट में किसी भी प्रकार की अंदरूनी सूजन की समस्या में गोखरू का सेवन लाभदायक होता है।

स्किन के लिए गोखरू के फायदे (Skin ke liye gokhru ke fayde)

गोखरू त्वचा संबंधित समस्याओं को ठीक करने में मददगार होता है साथ ही गोखरू त्वचा को साफ भी रखता है। यह त्वचा में जलन, सूजन, इंफेक्शन, खुजली जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में फायदेमंद होता है। इसके अलावा गोखरू चूर्ण के नियमित सेवन से त्वचा की झुर्रियों, बुढ़ापे व बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करने में मदद मिलती है। हमेशा जवान दिखने की घरेलू टिप्स के लिए यह पढ़ें-

जोड़ दर्द में गोखरू के फायदे (joint pain me gokhru ke fayde)

गोखरू में मांसपेशियां व जोड़ों में सूजन तथा दर्द को कम करने के गुण पाए जाते हैं। इसलिए इसका नियमित सेवन जोड़ों में दर्द व सूजन को कम करने के साथ-साथ जोड़ व हड्डियों को मजबूत करता है। साथ यह मांसपेशियों की जकड़न को भी कम करता है। और मांसपेशियों को मजबूती और ताकत देने में गोखरू मददगार होता है।

इसके अलावा गोखरू गठिया रोग, पीठ दर्द व घुटने दर्द में भी आराम दिलाने में मदद करता है। इसके लिए गोखरू के फल के पाउडर में अदरक पाउडर मिलाकर इसका काढ़ा बनाकर खाली पेट सेवन करना फायदेमंद (Gokhru benefits) होता है।

किडनी स्टोन में गोखरू के फायदे (Benefits of gokhru for kidney)

आज के समय प्रदूषित आहार व जल के कारण किडनी स्टोन यानी पथरी की समस्या एक आम समस्या है। गोखरू पथरी को प्राकृतिक तरीके से मूत्र मार्ग के द्वारा बाहर निकालने में मदद करता है। इसके लिए गोखरू फल के चूर्ण का सेवन पानी या शहद के साथ मिलाकर दिन में दो से तीन बार नियमित करने से पथरी या Kidney stone धीरे धीरे खुरना शुरू हो जाती है और मूत्र मार्ग से यूरिन के साथ बाहर निकल जाती है।

मूत्र रोग में गोखरू के फायदे (Mutra rog me gokhru ke fayde)

यूरिन त्याग के समय होने वाले कष्ट व समस्या में यह बहुत ही उपयोगी औषधि है। गोखरू मूत्राशय का शोधन करने वाला तथा मूत्र पिंड में उत्तेजना प्रकट करने वाला माना जाता है। इसका सीधा असर मूत्रनली व मूत्राशय की श्लेष्म त्वचा पर पड़ता है।

गोखरू के बीजों की तासीर ठंडी होती है। इनका सेवन मूत्राशय संबंधी रोगों में लाभकारी होता है। यह मूत्रवर्धक होता है। साथ ही यह मूत्राशय व गुर्दो को साफ करता है।

गौक्षुर के अन्य फायदे (Gokhru benefits in hindi)

इन सब उपयोगों (Gokhru ke fayde) के अलावा गोखरू नाड़ी दुर्बलता, वात विकास, बवासीर, दुर्बलता, खांसी तथा अस्थमा जैसे रोगों में भी प्रयोग किया जा सकता है। यह एक प्रकार का बलवर्धक रसायन है। गौक्षुर धातु दुर्बलता या धातु रोग से छुटकारा दिलाने में फायदेमंद होता है। इसलिए कमजोर पुरुषों व महिलाओं के लिए एक टॉनिक होता है।

गोखरू नपुंसकता से छुटकारा दिलाने के साथ साथ महिलाओं में बार बार होने वाले गर्भपात से छुटकारा दिलाने में भी लाभकारी होता है।

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गोखरू के नुकसान : Gokshura side effects in hindi

यह सामान्य खरपतवार के रूप में खेतों में बहुतायत पाया जाता है। तथा इसका प्रसार बीजों के द्वारा होता है। इसका उपयोग करने के फायदे (Gokhru ke fayde) तो बहुत है लेकिन गोखरू के उपयोग से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं जैसे

  • इसका सेवन अधिक मात्रा में करने से पेशाब में जलन व उल्टी की समस्या हो सकती है। इसलिए गोखरू का सेवन उचित मात्रा में करना ही फायदेमंद होता है।
  • गोखरू का लगातार ज्यादा समय तक सेवन करने से पुरुषों में प्रोस्टेट का आकार बढ़ सकता है।
  • इसका अधिक मात्रा में या अधिक समय तक सेवन करने से स्किन एलर्जी की समस्या हो सकती है।
  • गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को गोखरू का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • अगर किसी को गोखरू से एलर्जी है तो उसको इसका सेवन करने से बचना चाहिए या विशेषज्ञ के परामर्श अनुसार ही सेवन करना चाहिए।
  • छोटे बच्चों को गोखरू का उपयोग करवाने से पहले चिकित्सक से परामर्श ले लेना चाहिए।

गोखरू का सेवन कैसे करें (Gokhru uses in hindi)

इसके Gokhru ke fayde और नुकसान जानने के बाद जानेंगे गोखरू का सेवन कैसे किया जाता है। इसका सेवन करने के लिए अलग-अलग बीमारी के प्रकार पर निर्भर करता है साथ ही व्यक्ति के शरीर पर भी गोखरू का इस्तेमाल निर्भर होता है।

  • गोखरू क्वाथ को खाना खाने के बाद दूध या पानी के साथ सेवन किया जा सकता है।
  • गोखरू के पंचांग को काढ़ा बनाकर या पानी में रात भर भिगोकर सेवन किया जा सकता है।
  • गोखरू से बनी गोक्षुरा टेबलेट या कैप्सूल को खाना खाने के बाद पानी या दूध के साथ लिया जा सकता है।
  • गोखरू के चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ या दूध के साथ भी सेवन किया जा सकता है।

FAQ

Q  1. गोखरू की तासीर कैसी होती है?

Ans  इस की तासीर गर्म होती है सर्दियों में इसका सेवन करने से सर्दी के कारण होने वाली बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है। साथ ही यह ठंड के मौसम में शरीर में गर्मी बढ़ाने में भी फायदेमंद होता है।

Q 2. गोखरू कितने प्रकार के होते हैं?

Ans  गोखरू का फल बड़ा तथा छोटा दो प्रकार का होता है कई जगह इसके बीजों का आटा बना कर भी खाया जाता है।

Q 3. गोखरू का प्रयोग कैसे किया जाता है?

Ans  गोखरू का औषधि के रूप में प्रयोग करने के लिए इसकी पत्तियां, फल तथा पंचांग का प्रयोग अलग अलग तरीकों से किया जा सकता है।

निष्कर्ष

इस आर्टिकल में हमने जाना गोखरू क्या है Gokhru ke fayde aur nuksan इसके औषधीय प्रयोग या न्यूट्रिशन वैल्यू तथा गोखरू का उपयोग किन किन रोगों में किया जा सकता है तथा इसका सेवन करने से किन किन बीमारियों से बचाव होता है। साथ ही गोखरू का सेवन करने के तरीके तथा इससे होने वाले नुकसान के बारे में भी हमने जाना।

इस लेख गोखरू के फायदे (Gokhru benefits) के बारे में अगर आपके कोई भी सुझाव या सवाल हो तो आप हमें कमेंट में पूछ सकते हैं। यह लेख आपको कैसा लगा जरूर बताएं तथा पोस्ट को शेयर भी करें।

-: लेख को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद :-

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में श्रवण बिश्नोई Nirogi Health का Founder और एक Professional Blogger हूँ। में आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति पर आधारित स्वास्थ्य से संबधित जानकारियां इस ब्लॉग पर नियमित Publish करता रहता हूँ।

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