डेल्टा प्लस वैरिएंट क्या है इसके लक्षण और बचाव के तरीके – Delta plus variant in india

कोरोना डेल्टा प्लस वेरिएंट क्या है : corona delta plus variant in india

कोरोना वायरस की दूसरी लहर का प्रकोप अभी कुछ कम हुआ है कि भारत में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट डेल्टा प्लस (Covid Delta Plus variant) ने लोगों की चिंता बहुत बढ़ा दी है। ऐसे में इसके बारे में जानना जरूरी है कि यह नया डेल्टा प्लस यानि Delta plus variant आखिर है क्या और इसके लक्षण क्या है? इससे बचने के लिए कौन सी सावधानियां जरूरी है। आइये जानते है Covid Delta plus variant क्या है लक्षण और बचने के उपाय

कोरोना का नया वेरिएंट डेल्टा प्लस क्या है (What is delta plus variant in hindi)

इस नए वेरिएंट डेल्टा प्लस को B.1.617.2  स्ट्रेन कहा जाता है क्योंकि कोरोना वायरस के रूप बदलने के कारण ही इसे डेल्टा प्लस वेरिएंट कहा गया है। भारत में इसके मरीज आने के साथ ही कई दूसरे देशों में भी यह दस्तक दे चुका है। कुछ जगह इसके लक्षण (Delta plus variant symptoms) सामने आने लगे है।

आज इसको लेकर पूरा World चिंतित है। कई राज्यों में अभी भी इसके काफी तादाद में मरीज सामने आ रहे हैं और अनलॉक भी पूरा हुआ नहीं है कि यह Covid delta plus variant दस्तक दे चुका है और तेजी से फैल भी रहा है।

दिल्ली, हरियाणा के फरीदाबाद, पंजाब, हरियाणा, गुजरात, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और राजस्थान में डेल्टा प्लस के सक्रमिक मरीज काफी बताए जा रहे हैं।

कोरोना के नए डेल्टा प्लस वेरिएंट के लक्षण क्या है (Delta plus variant symptoms in hindi)

Corona के इस नए वेरिएंट डेल्टा प्लस (Delta plus B.1.617.2) स्ट्रेन के अलग-अलग लक्षण देखे जा रहे हैं जैसे..

  • सांस लेने में तकलीफ होना
  • सांस का फूलना
  • सीने में दर्द होना
  • शरीर में थकान महसूस होना
  • सिर दर्द होना
  • दस्त लगना व पेट में दर्द भी होना
  • सूखी खांसी और बुखार
  • सुघने की शक्ति और स्वाद की समस्या होना
  • गले में खराश के सामान्य लक्षण होना
  • शरीर में स्किन पर चकत्ते पड़ना
  • पैरों की उंगलियों का रंग बदलना

डेल्टा प्लस वेरिएंट कैसे फैलता है (How to spread out delta plus variant in hindi)

Delta plus variant
Delta plus variant

कोरोना वायरस के इस नए डेल्टा प्लस (Delta plus B.1.617.2) वेरिएंट में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत कमजोर हो जाती है। यह Delta plus variant संक्रमित व्यक्ति के फेफड़ों की कोशिकाओं से बहुत मजबूती से चिपकता है।

  • इस नए वेरिएंट डेल्टा प्लस को पहले वाले से बहुत ज्यादा खतरनाक वेरिएंट बताया जा रहा है। इसको 60% और ज्यादा सक्रामक बताया जा रहा है।
  • यह वेरिएंट बहुत तेजी से फैलता है और घातक स्वरूप है। इसको लेकर विशेषज्ञ काफी चिंतित है क्योंकि अब तक 12 से 13 राज्यों में डेल्टा प्लस के मामले सामने आ चुके हैं।
  • भारत सरकार पहले ही डेल्टा प्लस (Delta plus B.1.617.2) वेरिएंट variant of concern यानी चिंताजनक घोषित कर चुकी है। लेकिन अभी तक ऐसा कोई डेटा उपलब्ध नहीं है। जिसके आधार पर कहा जा सके कि यह वेरिएंट Corona की तीसरी लहर का कारण बन सकता है।
  • विशेषज्ञों का मानना है कि इन्हीं गलतियों को अगर दोहराया गया तो तीसरी लहर के जल्द ही आने का कारण बन सकती है।
  • डॉक्टर का कहना है कि जिन लोगों का अभी तक टीकाकरण नहीं हुआ है उनको जागरूक करना जरूरी है क्योंकि देश में अब भी काफी लोग है जो अभी तक टीकाकरण से वंचित है। जो इस नए वेरिएंट की चपेट में आने के लिहाज से अति संवेदनशील है। लेकिन जिन लोगों को दोनों वैक्सीन लग चुकी है या जो दूसरी लहर में corona की चपेट में आ चुके हैं उन्हें इस सक्रमण में थोड़ी राहत मिल सकती है।
  • डॉक्टर्स का मानना है कि corona की तीसरी लहर आना निश्चित है लेकिन कुछ सावधानियों के जरिए इसे कुछ समय तक टाला जा सकता है या इसे ज्यादा फैलने से रोका जा सकता है। इसके लिए इस वैरिएंट के म्यूटेशन को समझना और सेफ्टी प्रोटोकॉल का पालन करना बहुत जरूरी है।

डेल्टा प्लस वेरिएंट से ऐसे करें बचाव (Delta plus variant protect in hindi)

  • जब भी बाहर से घर आए तो सैनिटाइजर यूज़ करें और हाथों को 20 सेकंड तक धोएं।
  • जब ज्यादा जरूरी हो तो ही घर से बाहर निकले।
  • घर से  बाहर निकले तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
  • बाजार से लाए गए सामान को डिसइनफेक्ट करें।
  • मास्क और सैनिटाइजर का प्रयोग करें।
  • जब भी बाजार जाए टॉप क्वालिटी का डबल मास्क का प्रयोग करें।

यह लेख लोगों की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से लिखा गया है। हम इस लेख में जानकारी और सूचना को लेकर किसी भी प्रकार का दावा नहीं करते हैं।

संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी और बचाव के लिए डॉक्टर और सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन करें और ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन लगवाए क्योंकि वैक्सीन सुरक्षित है और इसके कोई भी दुस्प्रभाव नहीं देखे गए है। यह आपको कोरोना और उसके नए वैरिएंट (Delta plus variant) से बचाने में सहायक हो सकती है।

-: लेख को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद :-

इन्हें भी पढ़ें-