60 की उम्र में फिट कैसे रहें | Budhape me swasth rahne ke upay

बुढ़ापे में स्वस्थ रहने के उपाय : Budhape me swasth kaise rahe : 60 की उम्र में फिट रहने के तरीके, old age health tips

आज के समय स्वास्थ्य को लेकर हर कोई चिंतित है क्योंकि covid 19 ने उम्रदराज लोगों को बुढ़ापे में यानि 60 की उम्र में फिट कैसे रहें के बारे में सोचने पर मजबूर किया है। इसलिए विशेषज्ञों द्वारा लोगों को Budhape me swasth rahne ke upay और 60 की उम्र में फिट कैसे रहें (old age health tips) यानि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए नियमित योग, व्यायाम, ध्यान आदि गतिविधियां करने की सलाह अक्सर दी जाती है।

क्योंकि फिटनेस टिप्स को अपनाकर योग एक्सरसाइज करने की आदत डालने से बॉडी को एक्टिव रखने व रोगों से बचे रहने में मदद मिलती है। जानिए 60 की उम्र में फिट कैसे रहें यानि इंसान को उम्र बढ़ने के साथ साथ अपनी दिनचर्या और खानपान की आदतों में कौन कौन से बदलाव करने जरूरी होते है आगे हम सम्पूर्ण जानकारी विस्तार से जानेंगे इसलिए आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें –

Budhape me swasth rahne ke upay

आज के समय अनुचित खानपान व दिनचर्या के कारण 50 – 60 साल की उम्र तक पहुंचते-पहुंचते मांसपेशियों में दर्द व स्किन ढीली पड़ने लगती है तथा हड्डियां कमजोर होने व जोड़ जवाब देने लगते हैं।

आज के इस लेख में जानेंगे Budhape me swasth rahne ke upay यानि की 60 की उम्र में फिट कैसे रहें या उम्र के इस पड़ाव को पार करने के बाद इन समस्याओं से बचने के लिए क्या नॉर्मल कसरत की जा सकती है और रोज एक्सरसाइज करने के फायदे क्या होते हैं।

उम्र के इस पड़ाव में कौन कौन सी सावधानियां रखनी जरूरी है इसलिए जानते है (old age health) 60 की उम्र के बाद रहना चाहते हैं फिट तो इन फिटनेस टिप्स की डालें आदत

बुढ़ापे में फिट कैसे रहें / Budhape me swasth rahne ke upay

बुजुर्ग हो रहे लोगों के मन में यह सवाल अक्सर होता है की 60 की उम्र में फिट कैसे रहें और युवा अवस्था जैसी फुर्ती और सक्रियता वापिस कैसे ला सकते हैं। क्योंकि उम्र के इस पड़ाव तक पहुंचते-पहुंचते इंसान के शरीर में अनेक तरह के बदलाव आ जाते हैं।

इस उम्र में हड्डियों व जोड़ों की गति कम हो जाती है तथा मांसपेशियों का घनत्व भी कम होने लगता है। शरीर में जकड़न रहना भी बुढ़ापे की मुख्य समस्याओं में से एक है।

डॉक्टर्स व विशेषज्ञों का मत है कि अगर व्यक्ति स्वस्थ हो और किसी गंभीर बीमारी का सामना नहीं गया किया हो तो बढ़ती उम्र के कारण शरीर में हुए नुकसान की भरपाई Budhape me swasth rahne ke upay यानि पौष्टिक भोजन से व हल्की-फुल्की व्यायाम करके की जा सकती है।

हफ्ते में दो तीन दिन या रोज कसरत करने से मांसपेशियों को मजबूत बनाया जा सकता है तथा जोडों में दर्द की समस्या से बचा जा सकता है। इसके अलावा शारीरिक एक्टिविटी करने से बढ़ती उम्र के प्रभाव को भी कुछ हद तक कम किया जा सकता है।

उम्र के इस पड़ाव में अगर रोजाना व्यायाम ना कि जा सकती हो तो अगर सप्ताह में एक दिन व्यायाम करें व रोज कुछ कदम पैदल चलें तो आने वाले समय यानी बुढ़ापे में शरीर को स्वस्थ रखने में मदद मिल सकती है।

इसके लिए इस उम्र में कम से कम सप्ताह में 1:30 से 2 घंटे तक शारीरिक एक्टिविटी व हल्की फुल्की व्यायाम करना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।

  • बुढ़ापे होने वाली समस्याएं जैसे जोड़ दर्द, मधुमेह, वजन बढ़ने, गठिया, मांसपेशियों की कमजोरी जैसे अनेक रोगों से बचने के लिए रामबाण इलाज है काला गोंद कम कीमत में घर बैठे मंगवाने के लिए अभी ऑर्डर करें – Order now

बुढ़ापे में भोजन में पोषण का संतुलन कैसे बनाएं : Budhape me swasth kaise rahe

60 की उम्र पार कर चुके लोगों को सबसे पहले तो अपने खानपान पर ध्यान देना और पोषण का संतुलन बनाए रखना आवश्यक होता है क्योंकि उम्र बढ़ने के साथ-साथ शरीर का वजन भी बढ़ने लगता है और वजन बढ़ने के कारण शरीर में कई प्रकार के मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक बदलाव आने लगते हैं।

इसलिए अगर नियमित योग, व्यायाम, एक्सरसाइज करना शुरू कर रहे हैं तो सबसे पहले रोज की कैलोरी का ध्यान रखना आवश्यक है जिससे इन एक्टिविटीज का अच्छा असर शरीर में दिखाई दे साथ ही वजन भी संतुलित रहे।

इसके लिए अपनी नियमित डाइट में हरी सब्जियां, सलाद, मौसमी फल, सूखे मेवों को अवश्य शामिल करना चाहिए।

भोजन ताजा बना हुआ व छोटे-छोटे कोर में एवं अच्छे से चबाकर खाएं। तरल पदार्थों का सेवन ज्यादा मात्रा में करें, मीठा खाने से बचें तथा अपने नियमित भोजन में पोषक तत्वों का जैसे प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, विटामिन आदि का संतुलन बनाए रखें। नियमित मौसमी फलों का सेवन करने के साथ-साथ नारियल पानी पीना भी इस उम्र में फायदेमंद होता है।

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बुढ़ापे में व्यायाम कैसे करें : Budhape me swasth rahne ke liye exercise

उम्र के इस पड़ाव में व्यायाम शुरू करने से पहले कुछ विशेष जानकारियां होना जरूरी है। व्यायाम करने के लिए जरूरी नहीं है कि जिम में जाएं बल्कि धीमी गति से घर पर भी धीरे-धीरे व्यायाम करना आरंभ कर सकते हैं।

इसके लिए अपने शरीर की क्षमता अनुसार ऐसी गतिविधियां चुने जिन्हें आप आसानी से कर सके। शुरुआत हमेशा धीरे-धीरे करें तथा एक्सरसाइज या व्यायाम शुरू करने से पहले शरीर को वार्मअप अवश्य कर लें।

इसके लिए शुरुआत अगर धीमी गति से टहलने से करते है तो और बेहतर रहेगा क्योंकि एकदम से अधिक व्यायाम व ढेर सारी गतिविधियां करने से शरीर में दर्द व मांसपेशियां चोटिल हो सकती है।

साथ ही अगले दिन सुबह उठने में भी परेशानी होगी तथा शरीर में थकान भी हो सकती है और शुरुआत करते ही ऐसा होने से निराशा जन्म लेगी।

बुढ़ापे में ध्यान लगाना : Budhape me swasth rahne ke liye dhyan

उम्रदराज लोगों के लिए Budhape me swasth rahne ke upay में व्यायाम के साथ-साथ इस उम्र में ध्यान लगाने व योग के माध्यम से भी मस्तिष्क और शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है।

इसके लिए सुबह समय से उठने की आदत डालें और रोजाना ध्यान लगाना व योग करना शुरू करें, क्योंकि इस से भी दिमाग की एकाग्रता बढ़ती है तथा शरीर में नई ऊर्जा का संचार होता है।

अक्सर उम्र के इस पड़ाव में होने वाली भूलने की बीमारी से बचने में भी इनसे मदद मिलती है। इसके अलावा शरीर स्वस्थ रहता है और ध्यान अध्यात्म की और भी आकर्षित करता है।

60 साल की उम्र में शरीर को मजबूत कैसे करें : Budhape me fit rahne ke upay

कम उम्र या युवावस्था में जब लोग एक्सरसाइज या व्यायाम करते हैं तो शरीर के अंगों के अनुसार ही एक्सरसाइज की जाती है।

जिससे पूरे शरीर के हर किसी अंग की मांसपेशियों को मजबूत किया जा सके, लेकिन 50 – 60 की उम्र में फिट कैसे रहें के लिए अगर कसरत करनी हो या जिम जाना शुरु करते हैं तो इससे पहले शरीर को मजबूत करना आवश्यक होता है।

क्योंकि अगर व्यायाम या एक्सरसाइज के दौरान शरीर के किसी एक हिस्से पर जोर पड़ता है तो इसके कारण चोट लगने या मांसपेशियों में समस्या उत्पन्न हो सकती है।

इसलिए ऐसी गतिविधियां शुरू करने से पहले धीरे धीरे शुरुआत करने यानि नार्मल एक्सरसाइज से शुरू करना फायदेमंद होता है।

उम्रदराज लोगों के व्यायाम करने के दौरान सावधानियां : Budhape me swasth rahne ke liye savdhanoyan

50 वर्ष की उम्र के बाद Budhape me swasth rahne ke upay के साथ साथ कुछ जरूरी सावधानियां भी रखने की आवश्यकता होती है क्योंकि उम्र के इस पड़ाव में अधिक खाने पीने या एक्सरसाइज जैसी किसी तरह की गतिविधियां करने से समस्याएं होने का खतरा बना रहता है।

  • उम्र के इस पड़ाव में योग व एक्सरसाइज करते वक्त कुछ सावधानियां अपनाने की आवश्यकता अधिक होती है।
  • ऐसी गतिविधियां करने के दौरान जल्दबाजी बिल्कुल भी ना करें तथा पूरा ध्यान व एकाग्रता व्यायाम व एक्सरसाइज पर रखना आवश्यक है।
  • टहलने या व्यायाम करने के दौरान हल्का परिवर्तन करते हुए धीरे धीरे समय बढ़ाना चाहिए।
  • स्ट्रेचिंग मांसपेशियों व जोड़ों के लिए एक अच्छा व्यायाम है इससे जोड़ों की सहनशीलता बड़ती है तथा जोड़ मजबूत होते हैं इसलिए स्ट्रेचिंग करने से शुरुआत करें।
  • जो लोग साइकिल चला सकते हैं उनके लिए साइकिल से शुरुआत करना बहुत लाभकारी होता है।
  • जिन लोगों को तैरना आता है वह तैर सकते हैं क्योंकि पानी में वजन महसूस नहीं होता तथा इससे पूरे शरीर का अच्छा व्यायाम होता है।

जिन्हें शरीर मे किसी प्रकार की समस्या है या किसी तरह की दवाओं का सेवन करते हैं उन्हें इन गतिविधियों को करने से पूर्व अपने डॉक्टर फिटनेस विशेषज्ञ या फिजियोथैरेपिस्ट से परामर्श अवश्य करना चाहिए। विषेषकर जिन लोगों को ह्रदय रोग रक्तचाप या कोई अन्य बीमारी हो और नियमित दवाओं का सेवन कर रहे हो।

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बुढ़ापे में शरीर का संतुलन कैसे सुधारे

उम्रदराज लोगों को व्यायाम व एक्सरसाइज शुरू करने से पहले शरीर का संतुलन कैसे बनाएं इस पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होती है इसके लिए नॉर्मल से स्टैप जानते हैं।

इसके लिए कोई तोलिया या कपड़ा फोल्ड करके गोल बनाएं तथा उसको जमीन पर रखते हुए एक पैर उसके ऊपर रखें तथा किसी चीज का सहारा लेते हुए दूसरे पैर को हवा में लटकाएं, इसी अवस्था में कुछ समय के लिए रुके रहे तथा यही प्रक्रिया दूसरे पैर से दोहराएं।

इस एक्सरसाइज को करने के दौरान संतुलन बनाए रखने का प्रयास करें तथा एक-एक मिनट के स्टेप दोनों पैरों से दिन में तीन से चार बार दोहराएं।

जमीन पर सीधे खड़े होकर दोनों हाथों को कमर पर रखें तथा दाहिने पैर को सीधा एकदम आगे ले जाते हुए अंगूठे के सहारे जमीन पर टिकाएं ओर रोक के रखें, फिर यही प्रक्रिया पीछे की  तरफ पैर निकाल कर दोहराएं।

अब बाएं पैर से भी यही स्टेप करें। इस एक्सरसाइज को 20-20 बार दोनों पैरों से दोहराएं तथा दिन में दो तीन बार ऐसा करें।

FAQ : 60 की उम्र में फिट कैसे रहें के बारे में सवाल 

Q 1. बुढ़ापे में ताकत के लिए क्या खाना चाहिए?

Ans बुढ़ापे में शरीर को हेल्दी रखने या Budhape me swasth rahne ke upay के लिए ऐसे पदार्थों का सेवन करना चाहिए जिनमें प्रोटीन और कैल्शियम भरपूर मात्रा में मौजूद हो, हड्डियों की मजबूती के लिए नियमित विटामिन और मिनरल का सेवन करना भी आवश्यक है। इसके लिए दही या छाछ प्रोटीन व कैल्शियम के अच्छे स्रोत होते हैं। बादाम, अखरोट और बीजों का सेवन भी बुढ़ापे में फायदेमंद होता है।

Q 2. क्या खाने से बुढ़ापा नहीं आता?

Ans बुढ़ापा आना तो प्रकृति का एक नियम है लेकिन समय से पहले आने वाले बुढ़ापे को रोका जा सकता है। इसके लिए नियमित हरी सब्जियां, फलियां, पालक, मेथी, खीरा ककड़ी, बथुआ, गाजर, सरसों का साग और मौसमी फलों आदि का सेवन करने से शरीर में हिमोग्लोबिन, विटामिन और कैल्शियम की मात्रा मेंटेन रहती है तथा इन से शरीर में एनर्जी भरपूर रहती है और स्किन पर नेचुरल ग्लो भी आता है।

Q 3. जल्दी बुढ़ापा आने का क्या कारण है?

Ans प्रीमेच्योर एजिंग यानी समय से पहले बुढ़ापा आने अनेक कारण हो सकते हैं। मानव के शरीर में चलने वाली कई तरह की इंटरनल और एक्सटर्नल प्रोसेस के चलते शरीर में बुढ़ापा आता है। शरीर में अनेक प्रकार के एंजाइम और हारमोंस का इंबैलेंस होना तथा शरीर में नई कोशिकाएं व टिश्यूज बनने में कमी आना इसके मुख्य कारण होते हैं।

निष्कर्ष

आज के लेख में हमने जाना कि Budhape me swasth rahne ke upay क्या है, 60 की उम्र में फिट कैसे रहें old age health tips के लिए व्यायाम या एक्सरसाइज जैसी गतिविधियां करनी चाहिए या नहीं और अगर व्यायाम करते हैं तो क्या सावधानियां बरतने की आवश्यकता है तथा दिनचर्या व खानपान में क्या बदलाव करने जरूरी है।

यह आर्टिकल बुढ़ापे यानि 60 की उम्र में फिट कैसे रहें – Budhape me swasth rahne ke upay आपको कैसा लगा तथा इसके बारे में आपके कोई सुझाव या सवाल हो तो कमेंट में जरूर लिखें। साथ ही लेख को शेयर करना भी ना भूलें क्योंकि शेयर करने से किसी जरूरतमंद तक जानकारी पहुचानें में आपका भी योगदान हो सकें।

-: लेख को पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद :-

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